मिनी गोआ (Mini Goa) के नाम से मशहूर हो रहा गाँव कंवला

 


भानपुरा/ गांव कंवला अभी चर्चा में है जिसका कारण है गांव में बढ़ता पर्यटन ग्राम कंवला चारो ओर से मां चंबल के आंचल से घिरा है उसी में गांव का दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र जिस में पर्यटन कि असीम संभावनाएं है , गांव की आबादी क्षेत्र से दूर दक्षिण में चंबल के तट पर दो विशाल शिलाखंड स्थित है – इन शिलखंडो में एबाबिल पक्षी के मिट्टी से बने सुन्दर घरौंदे होने के कारण इन्हें गांव में ” चिड़ी वाला पत्थर “भी कहते है , इन्हीं दो विशाल शिलाखंडो की परिधि में चंबल अपना विराट स्वरूप लिए बहती है , पश्चिमी हवा होने पर चंबल की विशाल , ऊंची ऊंची लहरें पानी स्थित चट्टानों से अटखेलिया करते हुए रेत को धकेलते हुए किनारों को आकार देती है , इस प्रकार लगातार लहरों कि मार से रेत ने जमा होकर किनारों को बीच(beach) का स्वरुप दे दिया है , यही कारण है कि आने वाले पर्यटक इसे मिनी गोवा की संज्ञा देने लगे है , दिन भर चंबल की लहरे किनारों से टकराकर अपने विराट स्वरूप का एहसास करवाती रहती है ।

कंवला गाँव के इस स्थान को पर्यटक केंद बनाने में कंवला गाँव के ही निवासी शुभम पुरोहित का बहुत बहुत धन्यवाद जिन्होंने लगातार अपने गाँव की खूबसूरत फ़ोटो लेकर लोगो को अपने गाँव की और आने पर मजबूत किया




-Prince Paawan Porwal

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